*आजतक व आआपा की नैतिक पराजय*
*विश्लेषण परिणाम आंकलन दर्पण:*
*दिल्ली चुनाव में भाजपा के प्रयास निष्फल नहीं गए! भाजपा विरोधी चैनलों का भी ऐसा मानना है!*
*युदस नदि, 9 फरवरी, 2020* आआपा के समर्थक चैनल aajtak.in के अनुसार इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया का परिणाम आंकलन दर्पण है कि भाजपा ने दिल्ली में चुनाव प्रचार में जिस ढंग से अपनी पूरी शक्ति झोंक दी थी, वो व्यर्थ नहीं गई है। भाजपा के चुनाव प्रचार से उसके मत प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
इनके अनुसार (फोटो-PTI)
परिणाम आंकलन दर्पण में भाजपा का मत प्रतिशत में वृद्धि से 2-11 सीटों पर विजय मिलने की आशा है। जो 2015 में 32% वोट के साथ 3 सीट पर सीमित रह गई थी।
उनके अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आआपा) एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थिति में पहले से सुधार होता दिख रहा है, जबकि वो सत्ता पर पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं है।
*भाजपा का मत प्रतिशत में वृद्धि*
इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के अनुसार, दिल्ली में आम आदमी पार्टी को 56 मत प्रतिशत, भाजपा को 35 प्रतिशत और कांग्रेस को 5 प्रतिशत मतदान पाने का अनुमान है। जिससे आम आदमी पार्टी को 59 से 68 सीटों और भाजपा को 2 से 11 स्थानों पर विजय मिलने की आशा है। जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव परिणामों की बात की जाये, तो यह प्रतिशत आदमी पार्टी को 54, भाजपा को 32 और कांग्रेस को 10 वोट प्राप्त हुए थे।
इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल भाजपा सफलता को सीटों में स्वीकार करने में तैयार नहीं है।
*दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बोले- पूर्व आंकलन और चुनाव परिणामों में होगा बड़ा अंतर*
मनोज तिवारी का दावा:
भाजपा का मत प्रतिशत वृद्धि से उत्साहित है। इसीलिए अब भी परिणामों को लेकर उसका विश्वास अडिग है। पूर्व अनुमान आने के बाद दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दावा किया है कि सारे भ्रामक आंकलन निष्फल होंगे। उन्होंने ट्वीट किया, '11 फरवरी को मतदान के परिणाम आने पर सभी एग्जिट पोल गलत साबित होंगे. भाजपा अकेले दिल्ली में 48 सीटें लाने जा रही है। असफलता छिपाने व ईवीएम को दोष देने का अभी से बहाना न ढूंढें।'
*केजरीवाल समर्थकों ने एक और बहाना ढूंढ लिया।*
केजरीवाल समर्थकों के अनुसार उनकी पराजय का दोषी झूठे वादे और दावे नहीं अपितु भाजपा की विजय का श्रेय दिया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और पार्टी के सभी लोकप्रिया नेता प्रचार मैदान में उतरे। यहां तक कि राजग की सहयोगी पार्टी जदयू के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी गृह मंत्री अमित शाह ने साझा रैली की।
अमित शाह ने स्वयं मोर्चा संभाले रखा। उन्होंने जमकर जनसभाएं कीं। घर-घर प्रचार भी किया। शाह स्वयं लोगों के दरवाजों तक पहुंचे और भाजपा के लिए वोट मांगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार में उतरे और उन्होंने शाहीन बाग पर केन्द्रित बिन्दु रखा।
*'लक्ष्य 5000', शीर्ष 100 नेताओं ने संभाला नेतृत्व*
भाजपा ने दिल्ली में 5000 जनसभाएं करने की योजना बनाई थी। दिल्ली भाजपा ने शीर्ष नेतृत्व से मांग की थी कि प्रमं मोदी दिल्ली में कम से कम दर्जन भर चुनावी सभाएं करें। जबकि प्रमं मोदी अधिक समय नहीं दे पाए। परन्तु 100 शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार में भाग लिया।
अर्थात भाजपा ने प्रचार के मध्य कोई न्यूनता नहीं छोड़ी और परिणाम भी राहत देने वाले ही होंगे। -तिलक मुसं युगदर्पण® २००१
https://aajtak.intoday.in/story/delhi-election-2020-exit-poll-aam-aadmi-party-ec-voting-percentage-bjp-1-1162404.html
*विश्लेषण परिणाम आंकलन दर्पण:*
*दिल्ली चुनाव में भाजपा के प्रयास निष्फल नहीं गए! भाजपा विरोधी चैनलों का भी ऐसा मानना है!*
*युदस नदि, 9 फरवरी, 2020* आआपा के समर्थक चैनल aajtak.in के अनुसार इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया का परिणाम आंकलन दर्पण है कि भाजपा ने दिल्ली में चुनाव प्रचार में जिस ढंग से अपनी पूरी शक्ति झोंक दी थी, वो व्यर्थ नहीं गई है। भाजपा के चुनाव प्रचार से उसके मत प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
इनके अनुसार (फोटो-PTI)
परिणाम आंकलन दर्पण में भाजपा का मत प्रतिशत में वृद्धि से 2-11 सीटों पर विजय मिलने की आशा है। जो 2015 में 32% वोट के साथ 3 सीट पर सीमित रह गई थी।
उनके अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आआपा) एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थिति में पहले से सुधार होता दिख रहा है, जबकि वो सत्ता पर पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं है।
*भाजपा का मत प्रतिशत में वृद्धि*
इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के अनुसार, दिल्ली में आम आदमी पार्टी को 56 मत प्रतिशत, भाजपा को 35 प्रतिशत और कांग्रेस को 5 प्रतिशत मतदान पाने का अनुमान है। जिससे आम आदमी पार्टी को 59 से 68 सीटों और भाजपा को 2 से 11 स्थानों पर विजय मिलने की आशा है। जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव परिणामों की बात की जाये, तो यह प्रतिशत आदमी पार्टी को 54, भाजपा को 32 और कांग्रेस को 10 वोट प्राप्त हुए थे।
इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल भाजपा सफलता को सीटों में स्वीकार करने में तैयार नहीं है।
*दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बोले- पूर्व आंकलन और चुनाव परिणामों में होगा बड़ा अंतर*
मनोज तिवारी का दावा:
भाजपा का मत प्रतिशत वृद्धि से उत्साहित है। इसीलिए अब भी परिणामों को लेकर उसका विश्वास अडिग है। पूर्व अनुमान आने के बाद दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दावा किया है कि सारे भ्रामक आंकलन निष्फल होंगे। उन्होंने ट्वीट किया, '11 फरवरी को मतदान के परिणाम आने पर सभी एग्जिट पोल गलत साबित होंगे. भाजपा अकेले दिल्ली में 48 सीटें लाने जा रही है। असफलता छिपाने व ईवीएम को दोष देने का अभी से बहाना न ढूंढें।'
*केजरीवाल समर्थकों ने एक और बहाना ढूंढ लिया।*
केजरीवाल समर्थकों के अनुसार उनकी पराजय का दोषी झूठे वादे और दावे नहीं अपितु भाजपा की विजय का श्रेय दिया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और पार्टी के सभी लोकप्रिया नेता प्रचार मैदान में उतरे। यहां तक कि राजग की सहयोगी पार्टी जदयू के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी गृह मंत्री अमित शाह ने साझा रैली की।
अमित शाह ने स्वयं मोर्चा संभाले रखा। उन्होंने जमकर जनसभाएं कीं। घर-घर प्रचार भी किया। शाह स्वयं लोगों के दरवाजों तक पहुंचे और भाजपा के लिए वोट मांगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार में उतरे और उन्होंने शाहीन बाग पर केन्द्रित बिन्दु रखा।
*'लक्ष्य 5000', शीर्ष 100 नेताओं ने संभाला नेतृत्व*
भाजपा ने दिल्ली में 5000 जनसभाएं करने की योजना बनाई थी। दिल्ली भाजपा ने शीर्ष नेतृत्व से मांग की थी कि प्रमं मोदी दिल्ली में कम से कम दर्जन भर चुनावी सभाएं करें। जबकि प्रमं मोदी अधिक समय नहीं दे पाए। परन्तु 100 शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार में भाग लिया।
अर्थात भाजपा ने प्रचार के मध्य कोई न्यूनता नहीं छोड़ी और परिणाम भी राहत देने वाले ही होंगे। -तिलक मुसं युगदर्पण® २००१
https://aajtak.intoday.in/story/delhi-election-2020-exit-poll-aam-aadmi-party-ec-voting-percentage-bjp-1-1162404.html